गर्मियो की छुट्टिया
अपने बच्चॊ की गर्मियो की छुट्टिया होते ही हमे अपने बचपन की छुट्टिया याद आती है। जब छुट्टियॊ के होते ही हम अपनी नानी के गाव जाया करते थे , साथ मे स्कूल से मिलने वाला ढेर सारा गृह कार्य ले जाते थे। गाव मे पहुचते ही क्या मजे आते थे। सभी लोग हमसे मिलने आते थे । खेतो मे जाकर कच्चे आम खाना, रोज का काम था । वापस आते हुए ट्रेक्टर पर बैठ कर आना, सारा दिन धूप मे खेलना, चुप चुप कर गुडिया- गुडिया खेलना, गिल्ली ड्न्डा खेलना, ट्यूब वैल के पानी मे गोता लगाना,जब छुटिट्या खत्म होने वाली होती थी तो फ़टाफ़ट अपना गृह कार्य जल्दी जल्दी खत्म करते थे ।कितने खूबसूरत दिन थे वो, सभी याद आता है।
7 Comments:
good job renu.you did wonderful!
सच बचपन अके दिन भी क्या दिन थे
रेणु जी,
आपका हिन्दी के लिए सम्मान देखकर प्रसन्नता हुई। अगली बार जब आप अपने ब्लॉग को सम्पादित करें तो सुन्दर समायोजन का ख्याल रखें।
साधुवाद!
एक दृष्टि मेरे ब्लॉग पर भी डालें--- http://merikavitayen.blogspot.com/
Renu Apakaa Hindi blog-jagat me swaagat hai.
Phoolon ke chitra bahut achChe lage.
Aise hee likhane kaa silasilaa banaaye rakhiye.
Renu, aapka hindi blog jagat me swagat hai...phool to hote hi sunder hain.....
You are right Renu wo din bahut yaad aate han. You took a realy good picture of Butterfly.
Aruna
Kya ye butterfly asi hai ya Photoshop ka kamaal hai :)
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